Sunday 10 December 2017

नव निधि रहस्य

नव निधि रहस्य
भोलेनाथ ओर माँ आदि शक्ति सहज ही उनके भक्तों को आशीर्वाद में ही दे देते हैं नव निधियों का खजाना ।।
ॐ शिवशक्ति ऐं बं पां लं हं त्री अर्धनारीश्वर नमामि जगत शक्तिम नमः।।
नव-निधियां किसी भी मनुष्य को असामान्य और अलौकिक शक्तियां प्रदान करने में सक्षम हैं।
१. पर-काया प्रवेश : किसी अन्य के शरीर में अपनी आत्मा का प्रवेश करवाना पर-काया प्रवेश कहलाता हैं, साधक अपनी आत्मा को यहाँ तक की किसी मृत देह में प्रवेश करवा कर उसे जीवित कर सकता हैं।
२. हादी विद्या : यह सिद्धि प्राप्त करने के पश्चात साधक को भूख तथा प्यास नहीं लगती हैं, वह जब तक चाहें बिना खाए-पीयें रह सकता हैं।
३. कादी विद्या : कादी विद्या प्राप्ति के बाद व्यक्ति के शरीर तथा मस्तिष्क पर बदलते मौसम का कोई प्रभाव नहीं पड़ता हैं, ना तो ठंड लगती है ना गर्मी, ना ही उस पर वर्षा का कोई असर होता है ना तूफान कुछ बिगाड़ पाता है।
४. वायु गमन सिद्धि : साधक वायु या वातावरण में तैरने में सक्षम होता हैं, और क्षण भर में एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँच सकता हैं।
५. मदलसा सिद्धि : साधक अपने शरीर के आकार को अपनी इच्छानुसार कम या बड़ा सकता है, या कहें तो अपने शारीरिक आकर में अपने इच्छा अनुसार वृद्धि या ह्रास कर सकता हैं।
६. कनकधर सिद्धि : यह सिद्धि प्राप्त करने वाला साधक असीमित धन का स्वामी बन जाता है, उसकी धन-संपदा का कोई सानी नहीं रहती।
७. प्रक्य साधना : इस साधना में सफल होने के पश्चात साधक अपने शिष्य को किसी विशिष्ट महिला के गर्भ से जन्म धारण करने की आज्ञा दे सकता हैं।
८. सूर्य विज्ञान : इस सिद्धि को प्राप्त करने के पश्चात साधक, सूर्य की किरणों की सहायता से कोई भी तत्व किसी अन्य तत्व में बदल या परिवर्तित सकता है।
९. मृत संजीवनी विद्या : इस विद्या को प्राप्त करने के पश्चात, साधक किसी भी मृत व्यक्ति को पुनः जीवित कर सकता है।

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