शीघ्र विवाह मंत्र
शीघ्र विवाह में बाधा आ रही है या विवाह नहीं हो पा रहा है. या विवाह करना चाहते हो पर विवाह नहीं हो पा रहा है. जीवन को सुचारु रूप से चलाने के लिए विवाह सही उम्र में हो जाना चाहिए| पुराने जमाने में कन्याएँ अत्यंत छोटी उम्र में ब्याह दी जातीं थीं| परंतु वर्तमान में ऐसा नहीं है| वैसे भी शादी-ब्याह वयस्क होने पर ही होना चाहिए ताकि वर-वधू दोनों भावी जीवन का दायित्व भली भांति समझ सकें| कई बार कुंडली दोष अथवा ग्रह-नक्षत्रों के संयोग से अनेक युवक-युवतियों विवाह में अतिशय विलंब होने लगता है|
उम्र पार कर लेने के बाद विवाह हो भी तो उसके प्रति वैसा उत्साह समाप्त हो जाता है| संगी-साथी भी उस विवाह को उपहास की दृष्टि से देखने लगते हैं| यदि बार-बार रुकावट आ रही हो तो देर करें की बजाय कुंडली की जांच करवाकर ग्रह शांति प्राथमिक स्तर पर ही कर लेना चाहिए| उसके बाद ज्योतिष शास्त्र में वर्णित शीघ्र विवाह उपायों को अपनाकर इस समस्या का निदान किया जा सकता है|
मंत्र:
“पत्नी मनोरमा देहि मनोवृत्तानुसारिधिनाम तारिदिनी दुर्गसंसारसागरःएय कुलोधावां”
“पत्नी मनोरमा देहि मनोवृत्तानुसारिधिनाम तारिदिनी दुर्गसंसारसागरःएय कुलोधावां”
Mantra KO thik se like....jai guru gorakhnaath
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