आज कल बहुत सी हमारी मातायेँ , बहनेँ गर्भपात (असमय गर्भ क्षीण हो जाना ) की समस्या से पीडित रहती हैँ जिसके चलते कुछ का तो वंश ही नही चल पाता इस समस्या के निवारण के लिए हम अपने गुरु जी प्रदत्त व स्व अनुभूत मंत्र दे रहे हैँ
मंत्र:-ॐनमो आदेश गुरू का हनुमन्त वीर । गम्भीर धूजे धरती बँधावे धीर । बाँध बाँध हनुमन्ता वीर मास एक बाँधू । मास दोइ बाँधू , मास तीन बाँधू । मास चार बाँधू , मास पाँच बाँधू , मास छः बाँधू । मास सात बाँधू , मास आठ बाँधू , मास नौ बाँधू । “अमुकी” गर्भ गिरे नहीँ । ठाँह को ठाँह रहे , ठाँह का ठाँह न रहे । मेरा बाँधा बंध छटे तो ईश्वर महादेव गोरखनाथ । जती हनुमन्त वीर लाजेँ मेरी भक्ति गुरू की शक्ति । फुरो मंत्र ईश्वरो वाचा ।।
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