Sunday 17 December 2017

तंत्र बाधा कटान क्रिया:-

परम स्नैही मित्र रुद्र अघौर जी से साभार सहित जनमानस के लाभ हैतु ली गई है हमारा उद्देश्य मात्र जन सेवा है और सटिक सही जानकारी देना है किसी को भटकाना नही है.
******आदेश आदेश******
तंत्र बाधा कटान क्रिया:-


महाकाल और माँ कामाख्या के सभी भक्तो को मेरा प्रणाम।


तंत्र बाधा केवल ऐसी बाधा नहीं है जिससे केवल आपके काम बिगड़े जाये तंत्र बाधा वो है जिससे आपके या आपके परिवार के शारीरिक,मानसिक,आर्थिक ,पारिवारिक या व्यवहारिक परिस्तिथियों को आपके प्रतिकूल कर दिया जाता है ये क्रिया ईसी तंत्र बाधा की कटान क्रिया है।
जिस साधना के बारे में मैं आपको बताने जा रहा हु वैसे तो ये साधना अघोर साधना है मगर दत्त पूर्णिमा पर इसको सामान्य साधक भी कर सकता है।इस क्रिया को वही लोग करे जो किसी न किसी तरह ओरो द्वारा की गयी तंत्र पीड़ा से बाधित है।मैं आपको विस्वास दिलाता हु की जैसे और जिस तरह मैं आपको ये क्रिया बता रहा हु वैसे ही की गई तो 21 दिन बाद ही इसका असर देख लेना।
आवश्यक सामग्री:- एक नारियल
काजल
तीन सर्सो के तेल के दीपक
कच्चा यानि मोटा नमक की 7 डलिया
इत्तर
सफ़ेद मिठाई
काली और सफ़ेद राई
कुमकुम
उबले चावल बुरा और घी
विधि:- इस क्रिया को घर का मुखिया ही करेगा चाहे वो स्त्री हो या पुरुष.साधना घर की दहलीज पर होगी अंदर की तरफ जिसमे क्रिया करने वाले का मुह बाहर दरवाजे की तरफ हो।आपको कोई बाहर से न देखे इसलिए दरवाजा बंद कर सकते है।
सबसे पहले तीनो दियो को जोड़े पहला दिया दहलीज के बीचोबीच और बाकि कम से कम 2 फुट की दुरी पर हो पीछे यानि की त्रिकोण अवस्था।अब त्रिकोण के तीनो दीपको को कुमकुम से रेखा खीच कर मिला ले।त्रिकोण के बीचो बिच एक सिराई में घी बुरा और उबले चावल रखे उसके ऊपर उस नारियल को ऐसे रखेकी पुंछ वाला हिस्सा ऊपर हो।अब एक गोल काले राई का और एक गोला सफ़ेद राई का बनाये उस सिराई के चारो तरफ अब सात नमक की डेलियों को प्रत्येक परिवार के सदस्य से छुआ कर उसको सफ़ेद और काली राई के घेरे के बिच में रख दे।अब निम्न मंत्र का 7 माला जाप करे और प्रत्येक माला के बाद काजल से एक बिंदी उस नारियल पर बना दे और सफ़ेद मिठाई को जो सात हिस्सों में बाटी हुई हो एक एक हिस्सा सिराई में रखते जाये।ये याद रखना आपको उस त्रिकोण के अंदर ही बैठ कर ये जाप करना है
मंत्र:-"ॐ ऐं ह्रीं मम समस्त तंत्र दोष निवृत्त्ये ह्रीं ऐं फट्"
माला केवल रुद्राक्ष की हो।माला जप पुरे होते ही नारियल पर इत्तर छिड़क कर उसको काले कपडे मे बांध कर बिना किसी के टोके उस पूरी सामग्री को किसी वीराने में छोड़ आये।
21 दिन बाद इस साधना का असर खुद मेहसूस करे।



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