Friday 8 December 2017

हनमान चूटकी मंत्र साधना.

हनमान चूटकी मंत्र साधना..... अलख निरंजन प्रिय दोस्तो यह साधना मेरे द्वारा अनुभूत है | प्रिय दोस्तो इस मंत्र से सभी अला बलाओ से सूरक्षा होती है यहा तक की पक्की मसानी भी इस मंत्र के मात्र 3 बार जाप कर चूटकी बजाने मात्र से दूर हो जाती है,इस साधना को पूर्ण रूप से ब्रह्मचर्य का निचम का पालन कर साधना की जाती,अगर आप किसी कारणवश इस साधना को करने मे असमर्थ है तो सिध्द अभिमंत्रित हनुमान यंत्र हमारे संस्थान से मंगवा सकते है जो आपकी 100% तांत्रीक क्रियाओ से रक्षा करता है , यह मंत्र मुझे एक महात्मा की कृपा से मिला है | इस लिए इसे आप स्व परख ले और लाभ देख सकते है | किसी भी तरह की आलोचना से मैं हमेशा दूर ही रहता हूँ| सिद्धि कोई भी हो साधक की मनोदशा पर निर्भर करती होती है | यह मंत्र आपको किसी किताब से नहीं मिलेगा क्यू के ऐसे मंत्र किताबों में बहुत कम मिलते है |

साधना विधि ---
इसे आप दीपावली के दिन अथवा किसी भी सामान्य रात्रि में कभी भी सिद्ध कर सकते है | किन्तु 12 से 1 बजे तक का समय न चुने, और कोई भी टाइम चलेगा | आसन कोई भी ले सकते हैं। वैसे कुशा का आसन सर्वोत्तम है |
इस साधना को करने के लिए पास किसी भी हनुमान जी के मंदिर में जाये | एक सरसों के तेल का दिया जला दे जो जब तक आपका मंत्र जप पूरा न हो दिया जलता रहना चाहिए | इस लिए एक बड़ा दिया ले लें | सवा मीटर लाल कपड़ा जो आपको हनुमान जी को लगोट के रूप में अर्पण करना है और सवा किलो लड्डू किसी भी तरह के ले ले | एक बात हमेशा याद रखे हनुमान जी को भोग अर्पण करते समय हमेशा एक तुलसी दल भोग के उपर रख देना चाहिए तभी उनकी क्षुधा शांत होती है |माला मूँगे की अथवा रुद्राक्ष की ले | आपको एक माला मंत्र जाप करना है | प्रसाद व लाल वस्त्र वही हनुमान जी के चरणों में छोड़ दे और अपनी व परिवार की रक्षा के लिए प्रार्थना करे और घर आ जाए |
साबर चुटकी मंत्र-
ॐ नमो गुरु जी चुटकी दाये चुटकी बाये,
चुटकी रक्षा करे हर थाएं |
बजर का कोठा अजर कबाड़ ,
चुटकी बांधे दसो दुयार ||
जो कोई घाले मुझ पे घाल उलटत देव वही पर जाए |
हनुमान जी चुटकी बजाए ,
राम चंदर पछताये, सीता माता भोग बनाया हनुमान मुसकाये |
माता अंजनी की आन ,
चुटकी रक्षा करो तमाम |
जय हनुमान, जय हनुमान, जय हनुमान ||
प्रयोग विधि --
सिद्ध करने के बाद जब भी जरूरत हो एक वार मंत्र पढ़ के तीन वार चुटकी वज़ा दे | एक वार दाये एक वार बाये एक वार सिर के उपर उसी वक़्त रक्षा होगी | 

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