Friday, 8 December 2017

रावण से बड़ा ज्ञानी धरती पर नहीं हुआ, साबित करती हैं ये अद्भुत बातें

रावण से बड़ा ज्ञानी धरती पर नहीं हुआ, साबित करती हैं ये अद्भुत बातें
रामायण में सत्य पर असत्य की विजय का पाठ हमें हमेशा से ही पढ़ाया जाता रहा है. राम और रावण के बीच का युद्ध, जिसमें राम सत्य के प्रतीक थे तो वहीं रावण असत्य का पताका हाथ में लिए था. हमें रावण को हमेशा अधर्मी और शैतान का रूप बताया गया. लेकिन क्या आप जानते हैं कि रावण एक ऐसा शख़्स था, जिसके ज्ञान के आगे देवता भी नतमस्तक हो जाते थे! अपनी अधर्मी छवि के बावजूद रावण के कई ऐसे उदाहरण पेश किए जिससे पता चलता है कि वो सच में एक बहुत बड़ा ज्ञानी पुरूष था.

वेद और संस्कृत का ज्ञाता
रावण को वेद और संस्कृत का ज्ञान था. वो साम वेद में निपुण था. उसने शिवतांडव, युद्धीशा तंत्र और प्रकुठा कामधेनु जैसी कृतियों की रचना की. साम वेद के अलावा उसे बाकी तीनों वेदों का भी ज्ञान था. इतना ही नहीं पद पथ में भी उसे महारत हासिल थी. पद पथ एक तरीका है वेदों को पढ़ने का  ! 

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