मन के गंदे विचार
नस्म्कार दोस्तों मैं आपका अपना सनी शर्मा फिर हाज़िर हूँ एक बार अपने ब्लॉग पर आज मैं लिखने जा रहा हूँ क्यों आते है गंदे विचार जब आप पूजा जा भगति करते हो उसका कारन है आपकी विचार द्वारा क्युकी इंसान दिन मैं जो जो करता है चेतना और अवचेतना जागते हुए जो देखा वही तक समित होता है लेकिन ध्यान टाइम जा रत को सोते टाइम क्युकी आते है सामने गंदे दृस्ट वो है आपके मन के गंदे विकार जैसे जैसे जाप चलेगा वैसे वैसे ही आपके गंदे विचार बहार आये क्युकी जाप के ५ प्राण मैं हल चल होती हल चल होने के साथ मन विचलित होता है वो आपको साधना काल मैं भटकाने के लिए ही यह सरे विचार आपके सामने लाता लेकिन आपको साधना टाइम मैं मंत्र जाप करते रहना है जो आता है आने दो क्युकी इनकी तरफ ध्यान दिया तो आपको कुछ नहीं हासिल नहीं होगा न तो आपकी साधना सफल होगी न ही आपको ध्यान मैं सफलता मिलगी यह मेरा खुद का एक्सपेरिंस है अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !!
नस्म्कार दोस्तों मैं आपका अपना सनी शर्मा फिर हाज़िर हूँ एक बार अपने ब्लॉग पर आज मैं लिखने जा रहा हूँ क्यों आते है गंदे विचार जब आप पूजा जा भगति करते हो उसका कारन है आपकी विचार द्वारा क्युकी इंसान दिन मैं जो जो करता है चेतना और अवचेतना जागते हुए जो देखा वही तक समित होता है लेकिन ध्यान टाइम जा रत को सोते टाइम क्युकी आते है सामने गंदे दृस्ट वो है आपके मन के गंदे विकार जैसे जैसे जाप चलेगा वैसे वैसे ही आपके गंदे विचार बहार आये क्युकी जाप के ५ प्राण मैं हल चल होती हल चल होने के साथ मन विचलित होता है वो आपको साधना काल मैं भटकाने के लिए ही यह सरे विचार आपके सामने लाता लेकिन आपको साधना टाइम मैं मंत्र जाप करते रहना है जो आता है आने दो क्युकी इनकी तरफ ध्यान दिया तो आपको कुछ नहीं हासिल नहीं होगा न तो आपकी साधना सफल होगी न ही आपको ध्यान मैं सफलता मिलगी यह मेरा खुद का एक्सपेरिंस है अलख आदेश सनी शर्मा शिव गोरक्षधाम सतनाली !!
adesh adesh
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