Friday, 5 January 2018

कर्म और अधत्यम

कर्म और अधत्यम

नमस्कार दोस्तों मैं सनी शर्मा एक बार फिरसे हाज़िर हूँ की कर्म क्या है और कैसे अच्छे कर्म कर सकते है ! उसके लिए आपको करना क्या कर्मो का फल यही मिलता है और सस्त्रो मैं बी लिखा गया है के जैसे बीज बोहो गये वैसा ही पाओगे आप तो कर्म जैसे होने वैसे ही आपको जीवन का आनद मिलता मिलता है और जीवन दोधारी तलबार है सुख दुःख दोनों साथ चलते है कर्म जितने अच्छे होंगे सुख उतना ही जयदा और दुःख कम आएगा इसलिए भगति और माता पिता की सेवा से ही आपको मोक्ष मिलता है और इंसान ही है जिसको परमात्मा ने यह वाली दात बक्शी है के वो मोक्ष को प् सकता है लेकिन गुरु कृपा से भगति भाव से अपने तन मन का शुद्धि कारन करने से बाद ही वो उस मुकाम तक पॉंच पता है ! क्युकी जीवन के हर पड़ाव पर दुःख सुख और मन और विचार और इस्त्री और लोब मोह माया और कलयुग का राज है इतना आसान बी नहीं है और मुश्किल बी नहीं है जैसे खाने खाने के बाद भूक मर जाती है वैसे ही आपको तन मन पर कण्ट्रोल करना है एक दिन मैं नहीं होगा लेकिन विश्वास के साथ करोगे तो एक दिन जरूर होगा मैं आपका सनी शर्मा अलख आदेश शिव गोरक्षधाम सतनाली ! 



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